Top Guidelines Of sidh kunjika



श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।

ॐ ग्लौं हुं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

इसके लिए website मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

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